यूं तो स्क्रीन पर विलेन और एक्ट्रेस का रिश्ता बहुत कॉम्पलीकेटेड होता है, मगर जब ऐसी बात रियल लाइफ में हो तो सिनेमाई कल्चर के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। आज हम ऐसे ही एक विलेन की बात कर रहे हैं, जिनका नाम है संजय पांडेय। सूत्रों की मानें तो भोजपुरी सिनेमा में बतौर खलनायक नजर आने वाले संजय पांडेय के साथ भोजपुरी अभिनेत्रियां कंफर्ट फील नहीं करती हैं। वे संजय की हरकतों से परेशान हैं और उनसे दूरी बनाये रखना चाहती हैं। उनका कहाना है कि संजय दूसरों के निजी मामलों में जबरदस्ती घुस कर तनाव पैदा कर देते हैं। बता दें कि संजय पांडेय भोजपुरी सिनेमा के हर दूसरी फिल्म में नजर आ जाते हैं, मगर आज तक दर्शक उन्हें उनके ओरिजनल नाम से बहुत कम जानते हैं। जब भी वो प्रमोशन को लोगों के बीच जाते हैं, उन्हें नाम के बजाय ‘भिलेनवा’ कह कर ही पुकारा जाता है। बावजूद इसके वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं।
सूत्र बताते हैं कि संजय पांडेय 150 से ज्यादा फिल्में कर लेने के बावजूद अपनी कोई ढंग की पहचान नहीं बना सके। तभी तो इतने सालों बाद भी उनकी फीस में कोई इजाफा नहीं हुआ और वे आज भी 21 हज़ार से 51 हज़ार रुपए में काम करते हैं। जबकि अन्य खलनायक आज निर्माताओं से डेढ़ लाख से पांच लाख रूपए तक फीस वसूल रहे हैं और उनका नाम लोगों के बीच सम्मान से लिया जाता है। इनमें अवधेश मिश्रा, सुशील सिंह प्रमुख हैं।